जय श्री श्याम! खाटू श्याम चालीसा के साथ पाएं बाबा का आशीर्वाद
परिचय
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू धाम, लाखों भक्तों की अटूट आस्था का केंद्र है। यहाँ विराजमान हैं श्री खाटू श्याम जी, जिन्हें भक्त प्रेम से श्याम बाबा, हारे का सहारा, और लखदातार भी पुकारते हैं।
सीकर में खाटू धाम
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू गांव, भगवान श्री खाटू श्याम जी के भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है। यहाँ विराजमान है श्री खाटू श्याम जी का मंदिर, जो अपनी भव्यता और संगमरमर की नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर का प्रवेश करते ही भक्तों को एक अलौकिक शांति और बाबा श्याम के दिव्य आशीर्वाद का अनुभव होता है। ऐसा माना जाता है कि खाटू श्याम जी का शीश खाटू के एक कुंड में मिला था, और उसी पवित्र स्थान पर इस भव्य मंदिर का निर्माण किया गया।
खाटू श्याम चालीसा
॥ दोहा॥
श्री गुरु पदरज शीशधर प्रथम सुमिरू गणेश ॥
ध्यान शारदा ह्रदयधर भजुँ भवानी महेश ॥चरण शरण विप्लव पड़े हनुमत हरे कलेश ।
श्याम चालीसा भजत हुँ जयति खाटू नरेश ॥
॥ चौपाई ॥
वन्दहुँ श्याम प्रभु दुःख भंजन ।
विपत विमोचन कष्ट निकंदन ॥
सांवल रूप मदन छविहारी ।
केशर तिलक भाल दुतिकारी ॥
मौर मुकुट केसरिया बागा ।
गल वैजयंति चित अनुरागा ॥
नील अश्व मौरछडी प्यारी ।
करतल त्रय बाण दुःख हारी ॥4
सूर्यवर्च वैष्णव अवतारे ।
सुर मुनि नर जन जयति पुकारे ॥
पिता घटोत्कच मोर्वी माता ।
पाण्डव वंशदीप सुखदाता ॥
बर्बर केश स्वरूप अनूपा ।
बर्बरीक अतुलित बल भूपा ॥
कृष्ण तुम्हे सुह्रदय पुकारे ।
नारद मुनि मुदित हो निहारे ॥8
मौर्वे पूछत कर अभिवन्दन ।
जीवन लक्ष्य कहो यदुनन्दन ॥
गुप्त क्षेत्र देवी अराधना ।
दुष्ट दमन कर साधु साधना ॥
बर्बरीक बाल ब्रह्मचारी ।
कृष्ण वचन हर्ष शिरोधारी ॥
तप कर सिद्ध देवियाँ कीन्हा ।
प्रबल तेज अथाह बल लीन्हा ॥12
यज्ञ करे विजय विप्र सुजाना ।
रक्षा बर्बरीक करे प्राना ॥
नव कोटि दैत्य पलाशि मारे ।
नागलोक वासुकि भय हारे ॥
सिद्ध हुआ चँडी अनुष्ठाना ।
बर्बरीक बलनिधि जग जाना ॥
वीर मोर्वेय निजबल परखन ।
चले महाभारत रण देखन ॥16
माँगत वचन माँ मोर्वि अम्बा ।
पराजित प्रति पाद अवलम्बा ॥
आगे मिले माधव मुरारे ।
पूछे वीर क्युँ समर पधारे ॥
रण देखन अभिलाषा भारी ।
हारे का सदैव हितकारी ॥
तीर एक तीहुँ लोक हिलाये ।
बल परख श्री कृष्ण सँकुचाये ॥20
यदुपति ने माया से जाना ।
पार अपार वीर को पाना ॥
धर्म युद्ध की देत दुहाई ।
माँगत शीश दान यदुराई ॥
मनसा होगी पूर्ण तिहारी ।
रण देखोगे कहे मुरारी ॥
शीश दान बर्बरीक दीन्हा ।
अमृत बर्षा सुरग मुनि कीन्हा ॥24
देवी शीश अमृत से सींचत ।
केशव धरे शिखर जहँ पर्वत ॥
जब तक नभ मण्डल मे तारे ।
सुर मुनि जन पूजेंगे सारे ॥
दिव्य शीश मुद मंगल मूला ।
भक्तन हेतु सदा अनुकूला ॥
रण विजयी पाण्डव गर्वाये ।
बर्बरीक तब न्याय सुनाये ॥28
सर काटे था चक्र सुदर्शन ।
रणचण्डी करती लहू भक्षन ॥
न्याय सुनत हर्षित जन सारे ।
जग में गूँजे जय जयकारे ॥
श्याम नाम घनश्याम दीन्हा ।
अजर अमर अविनाशी कीन्हा ॥
जन हित प्रकटे खाटू धामा ।
लख दाता दानी प्रभु श्यामा ॥32
खाटू धाम मौक्ष का द्वारा ।
श्याम कुण्ड बहे अमृत धारा ॥
शुदी द्वादशी फाल्गुण मेला ।
खाटू धाम सजे अलबेला ॥
एकादशी व्रत ज्योत द्वादशी ।
सबल काय परलोक सुधरशी ॥
खीर चूरमा भोग लगत हैं ।
दुःख दरिद्र कलेश कटत हैं ॥36
श्याम बहादुर सांवल ध्याये ।
आलु सिँह ह्रदय श्याम बसाये ॥
मोहन मनोज विप्लव भाँखे ।
श्याम धणी म्हारी पत राखे ॥
नित प्रति जो चालीसा गावे ।
सकल साध सुख वैभव पावे ॥
श्याम नाम सम सुख जग नाहीं ।
भव भय बन्ध कटत पल माहीं ॥40
॥ दोहा॥
त्रिबाण दे त्रिदोष मुक्ति दर्श दे आत्म ज्ञान ।
चालीसा दे प्रभु भुक्ति सुमिरण दे कल्यान ॥
खाटू नगरी धन्य हैं श्याम नाम जयगान ।
अगम अगोचर श्याम हैं विरदहिं स्कन्द पुरान ॥
खाटू श्याम जी की पूजा विधि
श्री खाटू श्याम जी की पूजा सरल और श्रद्धा भाव से की जाती है। भक्त उन्हें जल, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य (मिठाई) इत्यादि अर्पित करते हैं। विशेष अवसरों पर श्री श्याम बाबा का भव्य श्रृंगार भी किया जाता है।
खाटू श्याम चालीसा का महत्व
खाटू श्याम चालीसा को बेहद शक्तिशाली और चमत्कारी माना जाता है। जो भक्त पूर्ण श्रद्धा और विश्वास से इसका पाठ करते हैं, उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं, ऐसी मान्यता है। चालीसा में श्याम बाबा के स्वरूप, उनकी लीलाओं, और उनके प्रति भक्तों की आस्था का भावपूर्ण वर्णन है।
भक्तों के अनुभव और श्याम बाबा के चमत्कार
श्याम बाबा के भक्तों की संख्या करोड़ों में है। असंख्य भक्तों ने बाबा के चमत्कारों और कृपा का अनुभव किया है। बीमारी से मुक्ति, संकटों का टलना l मनोकामनाओं का पूरा होना। श्याम बाबा पर अटूट विश्वास रखने वाले भक्त सदैव पात्र होते हैं।
FAQs (Frequently Asked Questions)
- खाटू श्याम जी का सबसे शुभ दिन कौन सा है?
- फाल्गुन मास की शुक्ल एकादशी और द्वादशी खाटू श्याम के लिए विशेष रूप से शुभ मानी जाती है।
- खाटू श्याम जी का प्रसाद क्या है?
- भक्त आमतौर पर चूरमा, मिठाई, और फल प्रसाद के रूप में चढ़ाते हैं।
- क्या खाटू धाम में दर्शन के लिए कोई विशेष पोशाक है?
- कोई निर्धारित पोशाक नहीं है, लेकिन सामान्य मंदिर जाने के शिष्टाचार का पालन करें।
निष्कर्ष
खाटू श्याम बाबा उनकी पुकार अवश्य सुनते हैं। यही कारण है कि देश ही नहीं l दुनिया भर में करोड़ों लोग खाटू श्याम बाबा के अनन्य भक्त हैं। उनकी कृपा दृष्टि से श्रद्धालुओं के जीवन में सुख-शांति, समृद्धि आता है।
क्या आप तैयार हैं बाबा श्याम के अलौकिक संसार में और गहराई से उतरने के लिए? अपने विचार साझा करें!
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