नवरात्रि में करें ये शुभ खरीदारी(What to buy during Navratri)
नवरात्रि बस आने ही वाली है! क्या आप भी नौ दिनों तक चलने वाले इस पावन पर्व की तैयारियों में जुट गए हैं? माता रानी के आगमन से पहले घर की साफ-सफाई तो सभी करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नवरात्रि के दौरान कुछ खास चीजें खरीदना बेहद ही शुभ माना जाता है? आइए जानते हैं कि इस नवरात्रि आप किन चीजों को घर लाकर मां दुर्गा की विशेष कृपा पा सकते हैं।
तो फिर देर किस बात की? आइए जानते हैं नवरात्रि में क्या खरीदें।
नवरात्रि के दौरान खरीदने योग्य शुभ वस्तुएं
- कलश: नवरात्रि के पावन दिनों में कलश स्थापना का बहुत महत्व है। तांबे या मिट्टी से बना कलश, जिसमें पवित्र नदियों का जल, गंगाजल, सुपारी, सिक्के, चावल, और आम के पत्ते हों, आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सुनिश्चित करेगा।
- मां दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर: नवरात्रि मां दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित है। मां के अलग-अलग स्वरूपों की मूर्ति या फिर उनकी एक सुंदर तस्वीर घर लाना बहुत शुभ होता है। आप चाहें तो नौ दिन अलग-अलग स्वरूपों को भी स्थापित कर सकते हैं।
- लाल वस्त्र या चुनरी: मां दुर्गा को लाल रंग बहुत प्रिय है! देवी को लाल वस्त्र या चुनरी चढ़ाएं और नवरात्रि के दिनों में लाल रंग का कोई वस्त्र खरीदना न भूलें। लाल रंग शक्ति और सौभाग्य का प्रतीक है।
- मोर पंख: भगवान कृष्ण अपने मुकुट पर मोरपंख धारण करते हैं। मोरपंख घर में लाना अत्यंत शुभ और मंगलकारी होता है। नवरात्रि में मोरपंख खरीदकर इसे घर के मंदिर में रखें।
- शंख: पूजा-पाठ हो या कोई धार्मिक अनुष्ठान, शंख का महत्व अनूठा है। नवरात्रि में अगर आप शंख खरीदते हैं, तो इसे मां दुर्गा के मंदिर में ही स्थापित करें। इसकी नाद से शुभता में वृद्धि होती है।
- सोने या चांदी के सिक्के: नवरात्रि को धन की देवी लक्ष्मी माता को प्रसन्न करने के लिए भी शुभ समय माना जाता है। इस दौरान चांदी या सोने का सिक्का खरीदकर घर लाएं और इसे अपने धन स्थान में रखें। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
- नारियल: शास्त्रों के अनुसार, नारियल एक शुभ फल है। नवरात्रि पूजा में नारियल का प्रयोग ज़रूर करें। लाल चुनरी में नारियल बांधकर मां दुर्गा को अर्पित करना मंगलकारी होता है।
नवरात्रि में नए वस्त्र व श्रृंगार का सामान
नए वस्त्र:
- नवरात्रि के दौरान लाल रंग के वस्त्र पहनना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। लाल रंग शक्ति और सौभाग्य का प्रतीक है।
- हल्के और चमकीले रंगों जैसे गुलाबी, पीला, नारंगी, और हरा भी नवरात्रि के लिए उपयुक्त हैं।
- परंपरागत वेशभूषा जैसे साड़ी, सलवार कमीज, और लहंगा भी पहना जा सकता है।
- आधुनिक फैशन के अनुसार कुर्ती, पलाज़ो, और स्कर्ट भी पहने जा सकते हैं।
श्रृंगार का सामान:
- बिंदी, सिंदूर, और चूड़ियां सुहाग की सामग्री हैं और नवरात्रि के दौरान महिलाओं द्वारा पहनी जाती हैं।
- आँखों का मेकअप जैसे कि आईलाइनर, काजल, और आईशैडो, नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से आकर्षक लगता है।
- होंठों का रंग जैसे कि लिपस्टिक या लिप ग्लॉस, आपके चेहरे को एक चमकदार रूप देता है।
- हाथों और पैरों पर मेहंदी लगाना भी नवरात्रि के दौरान एक लोकप्रिय प्रथा है।
नवरात्रि के दौरान खरीदारी करते समय ध्यान रखने योग्य बातें:
- अपनी पसंद और बजट के अनुसार वस्त्र और श्रृंगार का सामान खरीदें।
- वस्त्रों का रंग और डिजाइन नवरात्रि के त्योहार के अनुरूप हो।
- श्रृंगार का सामान हल्का और प्राकृतिक हो।
- वस्त्र और श्रृंगार का सामान खरीदते समय अपनी त्वचा और बालों के प्रकार का ध्यान रखें।
नवरात्रि के दौरान नए वस्त्र और श्रृंगार का सामान खरीदकर आप अपनी सुंदरता और आत्मविश्वास को बढ़ा सकती हैं। यह त्योहार आपको एक नया रूप और नई शुरुआत प्रदान करने का अवसर देता है।
पौधे और बीज
शारदीय नवरात्रि का समय प्रकृति में नई चेतना के संचार का भी होता है। इस दौरान पौधे और बीज खरीदना और उन्हें घर में लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है।
नवरात्रि में कौन से पौधे लगाएं:
- तुलसी: तुलसी को अत्यंत ही पवित्र माना जाता है। नवरात्रि में नया तुलसी का पौधा लाना बहुत फलदायी होता है।
- मनी प्लांट: मनी प्लांट को घर में लगाने से सुख-समृद्धि और धन-धान्य की वृद्धि होती है।
- एलोवेरा: एलोवेरा एक औषधीय पौधा है जो घर में लगाने के लिए बहुत ही उपयोगी है।
- गुलाब: गुलाब का फूल प्रेम और सौंदर्य का प्रतीक है।
- चंदन: चंदन का पेड़ घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
बीज खरीदकर बोने के लाभ:
- बीज खरीदकर उन्हें घर में बोने से आप प्रकृति के प्रति अपना प्रेम और कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
- बीजों को बोने से आप अपने घर में हरियाली और सकारात्मकता का वातावरण बना सकते हैं।
- बीजों से उगने वाले पौधे आपके घर को सुंदर और आकर्षक बनाते हैं।
नवरात्रि में पौधे और बीज खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें:
- स्वस्थ और अच्छी गुणवत्ता वाले पौधे और बीज खरीदें।
- पौधों को घर में उचित स्थान पर लगाएं।
- पौधों और बीजों की नियमित रूप से देखभाल करें।
नवरात्रि में पौधे और बीज खरीदकर आप माता रानी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यह त्योहार आपको प्रकृति से जुड़ने और अपनी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने का अवसर देता है।
यहाँ कुछ अन्य पौधे और बीज हैं जिन्हें आप नवरात्रि में खरीद सकते हैं:
- नीम: नीम का पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होता है।
- अमलकी: अमलकी का पेड़ विटामिन सी से भरपूर होता है।
- कपूर: कपूर का पेड़ घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
- बेल: बेल का पेड़ घर में लगाने से सुख-समृद्धि और धन-धान्य की वृद्धि होती है।
- सुपारी: सुपारी का पेड़ घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
पौधे और बीज खरीदकर आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
नवरात्रि की खरीदारी के और भी लाभ
नवरात्रि के दौरान खरीदारी केवल धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व ही नहीं रखती, बल्कि इसके कई अन्य लाभ भी हैं।
1. अर्थव्यवस्था को बढ़ावा:
नवरात्रि त्योहार भारत में सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इस दौरान लोग खरीदारी करते हैं, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है।
2. स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहन:
नवरात्रि के दौरान लोग स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाई गई वस्तुओं को खरीदते हैं, जिससे उन्हें आर्थिक सहायता मिलती है।
3. सामाजिक समरसता:
नवरात्रि के दौरान लोग विभिन्न जातियों, धर्मों और समुदायों के लोगों से मिलते हैं और खरीदारी करते हैं, जिससे सामाजिक समरसता बढ़ती है।
4. मनोरंजन:
नवरात्रि के दौरान लोग खरीदारी करके अपना मनोरंजन करते हैं। यह त्योहार लोगों को एक-दूसरे से मिलने और बातचीत करने का अवसर देता है।
5. आत्मविश्वास:
नवरात्रि के दौरान लोग नए वस्त्र और श्रृंगार का सामान खरीदकर अपना आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं।
खरीदारी के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें:
- अपनी पसंद और बजट के अनुसार खरीदारी करें।
- वस्तुओं की गुणवत्ता का ध्यान रखें।
- स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाई गई वस्तुओं को खरीदें।
- जरूरतमंद लोगों की मदद करें।
नवरात्रि की खरीदारी एक शुभ और लाभकारी कार्य है। यह त्योहार आपको अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का अवसर देता है।
भक्तो की कहानियां और उनका अनुभव
नवरात्रि, देवी दुर्गा की आराधना का पवित्र त्योहार, भक्तों के लिए एक विशेष अवसर होता है। इस दौरान, भक्त माता रानी की कृपा प्राप्त करने के लिए विभिन्न तरीकों से पूजा करते हैं, जिसमें खरीदारी भी शामिल है।
यहाँ कुछ भक्तों की कहानियां और उनका अनुभव है:
1. रीमा:
रीमा एक गृहिणी है जो हर नवरात्रि में माता रानी के लिए नए वस्त्र, चुनरी, और श्रृंगार का सामान खरीदती है। उनका मानना है कि इससे माता प्रसन्न होती हैं और उनके जीवन में सुख-समृद्धि आती है। रीमा कहती हैं, “नवरात्रि में खरीदारी करना मेरे लिए एक विशेष अनुभव है। जब मैं माता रानी के लिए वस्तुएं खरीदती हूं, तो मुझे एक अजीब सी शांति और आनंद महसूस होता है।”
2. सुनील:
सुनील एक व्यवसायी हैं जो हर नवरात्रि में अपने घर के लिए नए पौधे और बीज खरीदते हैं। उनका मानना है कि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और व्यापार में वृद्धि होती है। सुनील कहते हैं, “नवरात्रि में पौधे और बीज खरीदना मेरे लिए एक शुभ कार्य है। जब मैं अपने घर को सजाता हूं, तो मुझे ऐसा लगता है कि माता रानी मेरे घर में पधार रही हैं।”
3. रवि:
रवि एक छात्र है जो हर नवरात्रि में अपनी माँ के लिए नए वस्त्र और श्रृंगार का सामान खरीदता है। उनका मानना है कि इससे उनकी माँ प्रसन्न होती हैं और उनका जीवन सुखमय होता है। रवि कहते हैं, “नवरात्रि में अपनी माँ के लिए खरीदारी करना मेरे लिए एक सम्मान और प्रेम का कार्य है। जब मैं उन्हें खुश देखता हूं, तो मुझे बहुत खुशी होती है।”
नवरात्रि में खरीदारी से जुड़ी भक्तों की कई कहानियां और अनुभव हैं। यह त्योहार भक्तों को माता रानी के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करने और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का अवसर देता है।
यहाँ कुछ अन्य भक्तों के अनुभव दिए गए हैं:
- “जब मैं नवरात्रि में खरीदारी करता हूं, तो मुझे ऐसा लगता है कि मैं माता रानी के लिए कुछ विशेष कर रहा हूं।”
- “नवरात्रि में खरीदारी करने से मुझे आत्मिक सुख और शांति मिलती है।”
- “नवरात्रि में खरीदारी करना मेरे लिए एक परंपरा है जो मुझे अपने पूर्वजों से मिली है।”
नवरात्रि का त्योहार भक्तों के लिए एक विशेष अवसर है। इस दौरान, भक्त माता रानी की कृपा प्राप्त करने के लिए विभिन्न तरीकों से पूजा करते हैं, जिसमें खरीदारी भी शामिल है।
नवरात्रि की खरीदारी से जुड़ी भक्तों की कहानियां और अनुभव हमें यह सिखाते हैं कि यह त्योहार केवल धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व ही नहीं रखता, बल्कि इसके कई अन्य लाभ भी हैं।
आप बिल्कुल सही हैं! यहां एक और विस्तृत और आकर्षक निष्कर्ष है:
निष्कर्ष
नवरात्रि मां दुर्गा के साहस, शक्ति और आध्यात्मिक सार का उत्सव है। इस पावन अवसर पर की गई खरीदारी भक्तों को मां के गुणों से जोड़ती है और उनके घरों में सुख-समृद्धि आमंत्रित करती है। नवरात्रि में की गई खरीदारी से जुड़ी कहानियां इस बात का प्रमाण हैं कि माता रानी का आशीर्वाद किस तरह से भक्तों को सकारात्मकता से भर देता है।
लेकिन, याद रखें कि सच्ची भक्ति वस्तुओं से परे है। इस नवरात्रि, आइए मां दुर्गा के प्रेम और शक्ति को अपने दिलों में उतारने का संकल्प लें। जरूरतमंदों की सहायता करें, अपनी आत्मा को विकसित करें और उन गुणों का अनुकरण करें जिनका प्रतिनिधित्व मां दुर्गा करती हैं।
तो दोस्तों, इस नवरात्रि सार्थक खरीदारी करें, अपनी भक्ति को गहरा करें, और दिव्य आशीर्वादों से परिपूर्ण एक समृद्ध त्योहार मनाएं! जय माता दी!
“हमें आपकी प्रतिक्रिया पसंद आएगी! कृपया हमें नीचें दिए कमेंट बॉक्स में लेख के बारे में अपने विचार बताएं।”
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. नवरात्रि में खरीदारी करना क्यों शुभ माना जाता है?
नवरात्रि देवी दुर्गा की आराधना का पवित्र त्योहार है। इस दौरान की गई खरीदारी को मां का आशीर्वाद माना जाता है। नवरात्रि में खरीदारी करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और सुख-समृद्धि आती है।
2. नवरात्रि में खरीदारी करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- अपनी पसंद और बजट के अनुसार खरीदारी करें।
- वस्तुओं की गुणवत्ता का ध्यान रखें।
- स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाई गई वस्तुओं को खरीदें।
- जरूरतमंद लोगों की मदद करें।
3. नवरात्रि में खरीदारी करने का सबसे अच्छा समय कब होता है?
नवरात्रि के नौ दिनों में किसी भी दिन खरीदारी करना शुभ माना जाता है।
4. नवरात्रि में खरीदारी के अलावा क्या किया जा सकता है?
- मां दुर्गा की पूजा करें: नवरात्रि का मुख्य उद्देश्य मां दुर्गा की पूजा करना है।
- व्रत रखें: कई लोग नवरात्रि के दौरान व्रत रखते हैं।
- धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लें: कई जगहों पर नवरात्रि के दौरान धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- दान करें: जरूरतमंद लोगों की मदद करें।
5. नवरात्रि का त्योहार कैसे मनाएं?
नवरात्रि का त्योहार मनाने का तरीका अलग-अलग स्थानों में भिन्न होता है।
6. नवरात्रि के बारे में अधिक जानकारी कहां से प्राप्त कर सकते हैं?
नवरात्रि के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इंटरनेट, पुस्तकों, या धार्मिक गुरुओं से संपर्क कर सकते हैं।
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