Chalisa Sangrah
Baglamukhi Chalisa
Introduction बगलामुखी चालीसा ॥ दोहा ॥सिर नवाइ बगलामुखी,लिखूं चालीसा आज ॥ कृपा करहु मोपर सदा,पूरन हो मम काज ॥ ॥ चौपाई ॥जय जय जय श्री बगला माता ।आदिशक्ति सब जग की त्राता ॥ बगला सम तब आनन माता ।एहि ते भयउ नाम विख्याता ॥ शशि ललाट कुण्डल छवि न्यारी ।असतुति आगे पढ़े…